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जुलाई, 2008 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
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नन्ही परी 'बड़ी मुश्किल से देखो ये घड़ी आई है '; आज मेरे घर एक नन्ही परी आई है; लेकर आई है ढेरों सपने और अरमान; दोनों कुलों का वो बढाएगी मान; जब भी हँसेगी और मुस्कुराएगी मेरे नन्हे से घर में जान आ जायेगी, किलकारियों से गूंजेगा मेरा आँगन मेरी दुनिया में फ़िर से बहार आएगी; न जाने किसकी दुआ ऐसा रंग लाई है, आज मेरे घर एक नन्ही परी आई है; राजश्री १७/७ २००८ मेरी बहु कीर्ति को समर्पित