एक रोमांटिक शाम
एक रोमांटिक शाम
हम और तुम और ये समाँ;
प्यार जगा जगा सा है;
बोलीये न बोलीये,
सब कहा कहा सा है,
पास में है बाग़ सा,
जहां खिले हैं चंदफूल,
देखिये न देखिये यहां खिला, खिला सा है;
हम चलेंगे राह पर,
डूबेंगे और प्यार में,
इस सुहानी शाम में,
रोमांस भरा - भरा सा है,
चाँद है शबाब पर,
छिटकी है चाँदनी,
चाँदनी में देखिये,
सब धुला - धुला सा है।
टिप्पणियाँ